उपचारात्मक शिक्षण अन्तर्गत बेसलाईन परीक्षा आयोजन, जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित निरीक्षण दल द्वारा परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण….

 

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देशन में जिले में उपचारात्मक शिक्षण अन्तर्गत बेसलाईन परीक्षा का जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित निरीक्षण दल द्वारा परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण दल द्वारा विकासखण्ड भैयाथान के शासकीय हाई स्कूल समौली, शाउमावि भैयाथान, कसकेला. शा.पूर्व माध्यमिक शाला समौली, कसकेला एवं विकासखण्ड ओडगी के शा. उमावि. दवना, पकनी शा. पूर्व माध्यमिक शाला दवनसरा दवना, पकनी तथा विकासखण्ड सूरजपुर के शा. उमावि. सूरजपुर कन्या सूरजपुर, केतका, डेडरी, पोडी, डुमरिया, पसला बसदेई, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला केतका, केतका आश्रम, डेडरी, डुमरिया, पसला के साथ साथ कुल 25 केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। सभी केन्द्रों पर परीक्षा शांति पूर्वक एवं व्यवस्थित रूप से संचालित की जा रही थी।

यह कार्यक्रम उपचारात्मक शिक्षण के अन्तर्गत राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार पूरे जिले में मिशन एलओसी के नाम से चलाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की कोरोना लॉकडाउन से हुए नुकसान का आंकलन करके उनके कमजोर क्षेत्रों की पहचान कर विद्यार्थियों के साथ उन बिन्दुओं पर सुधार हेतु सभी आवश्यक उपाय किये जाने है इस टेस्ट में प्रत्येक पूछा गया प्रश्न उस विषय एवं कक्षा के लिये निर्धारित किसी लर्निंग आउटकम का प्रतिनिधित्व करेंगे। अर्थात इसके माध्यम से यह पता चल सकेगा कि कौन से लर्निंग आउटकम में बच्चे अच्छा कर रहे हैं, और किन लर्निंग आउटकम में पीछे चल रहे हैं। बेस लाईन परीक्षा के उपरान्त उत्तर पुस्तिकाओं को किसी दुसरे संकुल में आंकलन हेतु उपलब्ध करवाया जा रहा है। एवं संकुल से यह अपेक्षा होगी, बिल्कुल सही एवं निष्पक्ष तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं का आंकलन हो। इस प्रक्रिया में इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि संकुल आपस में उत्तर पुस्तिकाओं का अदला बदली न करें।

मूल्यांकन उपरान्त जिले के सभी 156 हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा 553 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के अध्ययनरत् विद्यार्थियों की वास्तविक स्थितियों का आंकलन किया जायेगा। उपचारात्मक शिक्षा की कक्षाएं चलाई जाएंगी एवं जिले में गठित पीएलसी के माध्यम से विषय वस्तु को समझने में हो रही कठीनाईयों का रोचक विधियों से निराकरण का प्रयास किया जायेगा।