हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने जनपद अध्यक्ष को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन…

फरसाबहार ✍️जितेन्द्र गुप्ता

हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने जनपद अध्यक्ष को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

फरसाबहार-: डीए और गृहभाड़ा भत्ता के लंबित मांगों को लेकर छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल पांचवें दिन शुक्रवार को भी जारी रही। जनपद कार्यालय फरसाबहार के सामने पीपल पेड़ के नीचे कर्मचारी-अधिकारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। हड़ताली कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों के लिए राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हड़ताली कर्मचारियों ने केंद्र शासन के समान 34 प्रतिशत डीए और बकाया एरियर्स राशि सहित सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता की मांग की है। वहीं अपनी मांगों के समर्थन के लिए हड़ताली कर्मचारियों ने सत्तारूढ़ पार्टी के स्थानीय जनपद अध्यक्ष फरसाबहार श्री संजय साय पैंकरा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है।
सभा को संबोधित करते हुए फेडरेशन के मीडिया प्रभारी अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि अपनी जायज मांगों को सरकार से लेकर ही रहेंगे, भले ही उसके लिए कितना भी संघर्ष करना पड़े। उन्होंने आह्वान किया कि किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पूरे प्रदेश में हमारे फेडरेशन के साथ 101 संगठन साथ में है। वनविभाग के जिला सचिव नन्दकुमार यादव ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़ कर्मचारियों की मांगों को पूरा करें। स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुष्पा खूंटे और सँयुक्त शिक्षक संघ के महिला प्रकोष्ठ के देवंती पैंकरा ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन न करें, वरना यह आंदोलन और उग्र रूप धारण करेगा। अविनाश शर्माने कहा कि सरकार राज्य के किसानों व अन्य लोगों को उनकी मांगों को पूरा कर रहे है, तो कर्मचारियों की मांगों पर सरकार गंभीर क्यों नहीं है, यह बात समझ से परे है।
फेडरेशन के ब्लॉक अध्यक्ष शरद कश्यप व देवशरण सिंह ने कहा कि पूर्व में फेडरेशन द्वारा शांतिपूर्ण चरण बद्ध आंदोलन के माध्यम से राज्य शासन को समय-समय पर अपनी मांगो के निराकरण के लिए अनुरोध किया है, लेकिन राज्य शासन द्वारा शासकीय सेवकों के हित में समाधान कारक निर्णय नहीं लेने के कारण प्रदेश के कर्मचारी, अधिकारी प्रताड़ित हो रहे है। शासन द्वारा राज्य के कर्मचारियों के उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है, जिसके कारण शासकीय सेवकों में आक्रोश है इस मौके पर समस्त संगठनों के पदाधिकारी एवम् कर्मचारी उपस्थित थे।