नगर पंचायत ने सारे नियम कायदे ताक पर रखकर लाखो रूपये के दूकान को कौड़ी के दाम कर दीया था नीलाम….

पत्थलगांव✍️जितेन्द्र गुप्ता

नगर पंचायत ने सारे नियम कायदे ताक पर रखकर लाखो रूपये के दूकान को कौड़ी के दाम कर दीया था नीलाम

ठीक बोली के समय तय सरकारी बोली को कम कर दिया गया जिससे ये अंदेशा लगाया जा सकता है कि कहि अपने लोगो को लाभ पहुचाना मकसद तो नही था

बीते हफ्ते पत्थलगांव नगर पंचायत के द्वारा अजब गजब खेल खेलते हुए बस स्टैंड व्यवसायिक दुकानों की नीलामी बोली प्रक्रिया के ठीक पहले अचानक पहले से फिक्स गई राशि मे हेर फेर करते बोली करा  गई जिससे पूर्व मे 50 लाख रुपये में बिकी ब्यवसायिक दुकान इस बार मात्र 8 लाख रुपये में बिक गई। जिससे पत्थलगांव नगरपंचायत को लाखों रुपये की राजस्व का सीधे सीधे नुक्सान हो गया जिसको लेकर अनेक तरह के सन्देह ने जन्म देना शुरू कर दिया जो स्वाभाविक भी है। कि अगर पहले की निविदा से अलग बोली प्रकिया से नीलामी करवाना था तो संसोधित विज्ञापन क्यो नही निकाला गया नगरपंचायत के नोटिस बोर्ड में चस्पा किया जाना चाहिए था मुनादी करवाया जाना था। पर नगरपंचायत के द्वारा इस तरह किसी नियम को फॉलो नही किया गया और ठीक नीलामी बोली प्रकिया से पहले अचानक नीलामी राशि को भिन्न रखते हुए बोली प्रकिया को संपन्न करा ढिया गया जिससे 50 लाख र. की ब्यवसायिक दुकान बहुत कम बोली मात्र 8 लाख रुपये में ले ली गई जिससे नगरपंचायत को लग गया लाखों रुपये राजस्व का चूना। नागरिको का आरोप है की सरकारी बोली को 30 प्रतिशत कम करने एव मासिक किराया की राशी को कम करने सम्बन्धी न तो कही नोटिश चस्पा किया गया और न ही इस सम्बन्ध में संशोधित विज्ञापन प्रकाशित कराया गया जिसकी वजह से उन्हें इसकी जानकारी तक नही लग पायी। जो समाचार पत्र शोषल मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा तब जाकर जशपुर कलेक्टर और सयुक्त संचालक ने पूरी दुकान नीलामी प्रकिया की प्रतिवेदन जांच के लिए मंगा लिया

नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्यामनारायण गुप्ता ने बताया 3 जून को ब्यवसायिक दुकान सबन्धी निकाली गई नीलामी सूचना को ठीक बोली होने के समय बदल दिया जाना सन्देह को जन्म देता है।अगर पहले की दी गई नीलामी प्रक्रिया के विपरीत अगर कोई भी संसोधन कर नीलामी करवाना था तो संसोधित विज्ञापन निकाला जाना आवश्यक था आनन फानन में इस तरह बिना संसोधित विज्ञापन निकाले बगैर पूर्व सूचना दिए दुकान नीलामी प्रकिया किये जाने से पत्थलगांव नगरपंचायत को करोड़ो रुपये के राजस्व का नुक्शान हुवा है। इस बात को नगरपंचायत की पीआइसी में रख कर पूरी नीलामी प्रकिया को निरस्त करने की मांग की जाएगी

कई पार्षदो को संसोधित राषि से दुकानो की नीलामी प्रक्रिया की जानकारी तक नही दी गई उससे ये अंदाजा लगाना आसान होगा की नगरपंचायत को इन दुकानों की नीलामी प्रकिया को करवाने की कितनी हड़बड़ी थी वे इस बात का अंदाजा लगा चुके होंगे कि अगर संसोधित विज्ञापन निकालेंगे तो इन दुकानों की बोली काफी ज्यादा हो जाएगी और अपने लोगो को दुकान नही दिला पाएंगे अब देखना होगा कि जब छतीसगढ राज्य के मुखिया भुपेश बघेल जशपुर जिले के दौरे से वापस रायपुर जा चुके है। तब उच्च अधिकारी इस झोलझाल नीलामी प्रकिया को निरस्त करने क्या और कब कार्यवाही करते है।