पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का दिया जा रहा प्रशिक्षण, बच्चों के अधिकार की रक्षा हेतु किया जा रहा जागरूक……

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/  कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेस सिंह सिसोदिया के मार्ग दर्शन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग यूनिसेफ, चाईल्ड लाईन, द्वारा पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति को सक्रिय करने के उदे्श्य से पंचायतो में सेन्टर स्तर पर प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।
प्रशिक्षण में जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति के संबंध में सभी को बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन किया गया है, जिसमें सरपंच अध्यक्ष और सचिव ग्राम पंचायत के सचिव, सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसके सदस्य है। कार्यक्रम में बताया गया कि पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का काम गांव में बच्चों को शोषण मुक्त करना, गांव को बाल विवाह मुक्त कराना, गांव में बालश्रम को रोकना, सभी बच्चों को स्कूल भेजना, गांव में कन्या भ्रुण हत्या को रोकने हेतु सभी को जागरुक करने की जिम्मेदारी है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने यही भी बताया कि छ.ग. शासन द्वारा जिले में प्रवर्तकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय 24000 (चौबीस हजार) रुपये एवं शहरी क्षेत्र में परिवार का वार्षिक आय 33000 होना चाहिए। यदि इतने आय से कम आय वाले परिवार है तो उन्हे प्रवर्तकता कार्यक्रम के तहत पढ़ाई के लिए शासन की ओर से 2000 (दो हजार) प्रतिमाह दिया जायेगा। कार्यक्रम में किशोर न्याय अधिनियम लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम।
कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, जिला बाल संरक्षण इकाई से अमित कुमार भारिया, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती अंजनी साहू, आउटरीच वर्कर पवन धीवर, हर गोविन्द चक्रधारी, चाईल्ड लाईन से कार्तिक मजूमदार, रमेश साहू, सभी पर्यवेक्षक उपस्थित है।