KORBA: सराईपाली बुड़बुड़ खदान में कोयला तस्करों के हौसले बुलंद, पाली पुलिस के नाक के नीचे हो रहा भारी मात्रा में अवैध कोयला तस्करी….

कोरबा/पाली :- जिले में पाली सहित सभी उपनगरीय क्षेत्रों में भारी मात्रा में अवैध कोयला तस्करी हावी होते नजर आ रहे हैं। खदान के सुरक्षा के लिए प्रबंधन करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रहे हैं। लेकिन कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के कारण प्रबंधन खदान की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं, और भारी मात्रा में कोयला की तस्करी में सहायता , पाली सराईपाली बुड़बुड़ खदान में रोजाना ट्रैक्टरों एवं ट्रकों में प्रतिदिन भारी मात्रा में जेसीबी के द्वारा लोडिंग कर तस्करी हो रहा है।

कोयला तस्करी कुछ ग्रामीणों की सहायता से वहां से रोजाना हजारों टन कोयला निकाल रहे हैं, इसे बेचकर तस्करों द्वारा मालामाल हो रहे हैं, इन क्षेत्र में ढुकुपथरा जाने वाले मार्ग पर जेसीबी 10 चकिया ट्रक 12 चकिया व 18 चकिया ट्रक व ट्रेक्टर के माध्यम से कोयले की तस्करी जारी है। इन राहाडीह, टेवापारा, तालापारा जाने वाले मार्ग में इन ग्रामों के रास्ते से आने-जाने वाले लोग सभी लोगों को पता है जेसीबी से लोड करके ट्रकों एवं ट्रेक्टर के माध्यम से प्रतिदिन कोयले की भारी मात्रा में तस्करी की जा रही है, लेकिन स्थानीय पुलिस की मौन सहमति के बिना यह कार्य असंभव है, और थाना के 10 से 12 किलो दूरी की बात है।

इस संबंध में पाली पुलिस थाना प्रभारी अनिल पटेल से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है, सोचने वाली बात यह है कि थाना से महज 10 से 12 किलोमीटर की दूरी की बात को पुलिस बता रही है कि मुझे मालूम नहीं है। तो फिर मामला पुलिस की कार्यशैली संदिग्ध नजर आ रही है, पाली थाना प्रभारी अनिल पटेल ने बताया मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नही है और साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कोयला तस्करी के बारे में मुझे मालूम नहीं है जिससे साफ लगता है कि पाली पुलिस संदिग्ध नजर आ रहा है और कई सवाल खड़े हो रहा, जिले में लगातार कोयला तस्करों के खबर प्रकाशन के बाद पिछले दिनों मलगांव (हरदीबाजार) खदान के पास कुछ कोयला चोरों ने मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट की थी। जिसे IBN.24 न्यूज़ में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, इसके बाद आज पर्यंत तक दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई क्योंकि रसूखदार कोयला तस्करों के थाना एवं खनिज विभाग में सेटिंग के वजह से है। बल्कि मीडिया कर्मी को ही दोषी ठहराया जा रहा है, इस सभी मुद्दों को लेकर रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने रोष व्यक्त किया और मामले की शिकायत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात करने की कही। कोरबा जिले में कोयला सहित खनिज संपदाओं का भंडार है। इसी कारण जिले के कई खदानों संचालित हो रही है। काले हीरे के कारण यह कोरबा जिला विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान रखता है। लेकिन इस काले हीरे यानी कोयला की तस्करी कर रहे कुछ लोगों माला-माल भी हो रहे हैं। यह अवैध कार्य में संलिप्त तस्कर अपने कार्य में जरा भी बाहरी दखल-अंदाजी बर्दाश्त नहीं करते है, प्रतिदिन दर्जनों ट्रैक्टर एवं 10 चक्का वाहन 12 चक्का वाहन एवं 18 चक्का वाहन में अवैध कोयला लोड कर तस्करी कर रहे हैं, सराईपाली- बुड़बुड़ खदान में भी प्रतिदिन हजारों टनों कोयला अवैध तरीके से निकालकर बेचे जा रहे हैं।

लोडिंग ग्रामीणों के साथ ही साथ प्रतिदिन चार-पांच पिकअप बाहरी लोगों को लाकर कोयला निकला जाता है एवं लोडिंग करवाया जाता है कोयला का राजस्व विभाग को प्रतिदिन पहुंचा रहे हैं लाखों रुपए का नुकसान कोयला के अवैध कारोबार मैं कुछ रसूखदार के नाम भी सामने आ रहे हैं। सराईपाली- बुड़बुड़ खदान यह धड़ल्ले से हो रहा है। भारी मात्रा में कोयला तस्करी, अवैध खनन और परिवहन को अधिकारियों की मिली मौन सहमति सूत्रों की माने तो प्रशासनिक अधिकारियों को साहब को मिलता है प्रति ट्रक 01लाख बंधी-बंधाई चंदा तो दिनभर में कम से कम 05 से 10 ट्रक अवैध तरीके से कोयला निकाला जाता है जो इसी कारण से विभाग एवं खदान के कुछ कर्मचारी एवं स्थानीय पुलिस इनके मौन सहमति देते हैं और कोई कार्यवाही भी नही करते। अधिकारी मोटी रकम लेते है इसी वजह से कोयला तस्करों के हौसले बुलंद है।

दिन-प्रतिदिन इनके हौसला बढ़ रही है। एक ऑडियो रिकार्डिंग में कोयला तस्करी करने वाला साफ बोल रहा है कि मेरे 150 से अधिक लोग प्रतिदिन खदान से कोयला निलाक रहे है उन्हें दो नम्बरी कोयला बाहर भेजना है गाड़ी चाहिए हमारे कोरबा जिला में कोई दिक्कत नही है बाहर भी नही होगा सब सेटिंग है बोल रहा जिसकी रिकार्डिंग हमारे पास सुरक्षित है।