मोतियाबिंद मुक्त कार्यक्रम के तहत विकासखण्ड को मोतियाबिंद मुक्त की कवायद…..

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/  जिले के विकासखण्ड प्रतापपुर में मोतियाबिंद और अन्य नेत्र से पीड़ितों को राहत देने के लिए डॉ. आर एस सिंह सीएमएचओ के निर्देशन पर मोतियाबिंद मुक्त जिला कार्यक्रम के तहत विकास खण्ड प्रतापपुर आदिवासी की बहुलता वाले इस ब्लाक में अभियान चलाया जा रहा है। इससे पूर्व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सुपरवाईजरो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रतापपुर में डॉ. तेरस कंवर नोडल अधिकारी अंधत्व, श्री मुकेश राजवाड़े सहायक नोडल अधिकारी, अमित चौरसिया एवं मारूती नंदन चक्रधारी नेत्र सहायक अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था। जिसमें सीएओ, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वेक्षण कार्य कर सूची तैयार की गई थी। तत्पश्चात चिन्हित नेत्र रोगियों का नेत्र सहायक अधिकारियों के द्वारा जांच कर उनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। इस अभियान में सीएओ, महिला व पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा डोर टू डोर नेत्र सर्वेक्षण किया गया।
अंधत्व निवारण कार्यक्रम के नोडल अधिकार डॉ. तेरस कंवर ने बताया कि इस कार्यक्रम में सर्वे के बाद चयनित मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा। मरीजों हेतु घर पहुंच परिवहन की व्यवस्था की गई है। गंभीर मरीज को मेडिकल कालेज रेफर कर उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मोतियाबिंद की बीमारी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर साल अंधत्व निवारण कार्यक्रम के जरिए इस बीमारी को दूर करने की कोशिश कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कई मरीजों को लैंस प्रत्यारोपण कर उन्हें रौशनी दी जा रही है। वर्ष 2021-22 में जिले के 1856 मोतियाबिंद ऑपरेशन संपन्न हये है जिसमें 666 ऑपरेशन जिला चिकित्सालय तथा 739 लाईफ लाईन एक्सप्रेस ट्रेन बिश्रामपुर में व 401 अन्य स्थानो में हुए है।

15 नेत्र सहायक अधिकारी जुटे है कार्यक्रम में ..
सहायक नोडल अधिकारी डॉ. मुकेश राजवाड़े ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 15 नेत्र सहायक अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। सर्वेक्षण कार्य के बाद नेत्र सहायक अधिकारी अपनी टीम के साथ गांवों में जाकर सर्वेक्षित मरीज का सत्यापन करेंगे। इस काम में उनका सहयोग, बीईई, आरएमए, सुपरवाइजर, मितानिन, महिला व पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता उनका सहयोग करेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर सभी नेत्र सहायक अधिकारियों को पहले ही जानकारी दे दी गई है। प्रशिक्षण के दौरान बीएमओ डॉ. एके विश्वकर्मा, बीपीएम सतीश श्रीवास्तव, नेत्र सहायक अधिकारी, मुकेश राजवाड़े, अमित चौरसिया, मारूतीनंदन, एलपी दीपांकर, अमित सोनी, हफीज मो. बीईई, राजेश वर्मा, सेक्टर सुपरवाइजर, चिरंजीव सिन्हा, पी विश्वकर्मा, सीएओ किर्ति, कर्ष एवं बाबूलाल ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक समस्त उपस्थित रहे।