पानी कि समस्या से जूझते लोग शाशन प्रशासन को जल्द करना चाहिए उपाय….

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

पत्थलगांव के वार्डो में पानी की भारी किल्लत लोग हो रहे हलाकान

पत्थलगांव लगातार पानी की कमी से जूझता आ रहा है । फिर भी कोई ठोस उपाय की तरफ शासन प्रशासन को बढ़ता नही देखा जा रहा आपको बता दे कि लगातार पानी का जल स्तर सैंकड़ो फिट निचे जा चुका है। जो लगातार और नीचे जाता ही जा रहा है। कारण है कि क्षेत्र के आसपास पानी के ठहराव का कोई असितत्व ही नही है। यहां से 10 किलोमीटर की दुरी में मांड नदी से बीते दो दशकों से पानी की पूर्ति की जारही है। अन्य और कोई साधन मौजूद ही नही  जिसका खामियाजा लोगो को भारी पानी के संकट से जुझते हो रहा है।

नल तो है पर पानी नही आता?

जमीन के नीचे का जल स्तर काफी नीचे जा चुका है। इससे पूरे क्षेत्र में पानी की भारी किल्लत होने लगी है। जबकी अभी गर्मी शुरू भी नही हुई है। इससे समझना आसान होगा कि जब शुरुआत में ही ये हाल है। तो फिर भीषण गर्मी में क्षेत्रवासी पानी कहा से पाएंगे ये इतनी बड़ी बात है। जिसे सोच कर ही लोग परेशान हो जा रहे है। सुबह से ही नल से पानी आने की बाट जोहते पुरानी बस्ती , नीचेपारा, और प्रेमनगर के लोग इंतजार में रहते है। पर पानी कभी मिलता है। कभी नही मिल पाता है। काफी देर देर तक नलों के पास महिलाएं गगरा ,बाल्टिन लेकर पानी के आने का इंतजार करती रहती है। पर पानी न रहेगा न सभी को पानी मिल पायेगा अब तो पहले के बोर जो काफी वर्षों तक  लगातार पानी उगलते रहे पर उस समय कम लोग अब पहले की अपेक्षा 100 गुना ज्यादा आबादी हो चुकी है। फिर भी नई तैयारी नही जिसके कारण परेशानी लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब न तो बोर में पानी ही बचा है। और कोई अन्य पानी का विकल्प पत्थलगांव वासियों के लिए प्रशासन के पास मौजूद भी नही है। अब ऐसे में पानी कि समस्याओं से झुझते पत्थलगांव वासियों को आखिर कब निजात मिल सकेगी इसका दूर दूर तक कोई उपाय दिखता नजर नही आ रहा है। नया बोर करवाने में जहाँ अन्य गांवों शहर में 300, से 500, फिट की दूरी में पानी निकल जाते है। पर पत्थलगांव के लोगो को 800, से 1000, फिट तक भी पानी नही निकल पा रहा है। कारण है कि लगातार जल स्तर इस पूरे क्षेत्र का बहुत नीचे जा चुका है। या और नीचे चला जा रहा है। अब ऐसे में जल्द ही शाशन प्रशासन कोई ठोस कार्य करते हुए पानी की समस्याओं से निजात दिलाने सामने नही आता है। तो आने वाले दिनों में पानी की बूंद बूंद को तरसते लोग दिखेंगे।

क्या कहते है। पानी की समस्याओं पे नगरपंचायत के अधिकारी जितेंद बहादुर पटेल ने बताया कि हमने पानी की समस्याओं को समझते हुए नया बोर करवाया था पर उसमें भी पानी नही निकला पानी का जलस्तर पत्थलगांव में काफी नीचे जा चुका है जो काफी चिंता का विषय है।

नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता का कहना है। कि पुरानी बस्ती प्रेमनगर वासियों को पानी की काफि दिक्कत हो रही है। रोजाना वार्डो की महिलाएं पानी की समस्या को लेकर मेरे पास आ रहे है। पर पत्थलगांव के पानी का जलस्तर बहुत नीचे चले जाना और प्रशासन का पानी के लिए कोई ठोस कार्ययोजना पे काम नही किये जाने के कारण शहर के लोगो को पानी की किल्लत हो रही है एक मात्र किलकिला नदी से पानी की सप्लाई को दशक बीत चुके है। पर कोई और विकल्प के तरफ कभी बढ़ कर पानी की समस्या से निजात दिलाने का अब तक कोई प्रयास नही किया गया है। जिसके कारण पत्थलगांव के लोगो को पानी की किल्लत से दो चार होना पड़ रहा है। जल्द ही सभी विकल्प पे विचार करते हुए अति शीघ्र ध्यान नही दिया गया तो आने वाले दिनों में पानी की भारी समस्या से क्षेत्र वासियों को जुझते देखा जाएगा।