प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिखित किताब ‘एक्जाम वारियर्स’ का राज्यपाल सुश्री उइके ने किया विमोचन….

 

* किताब को बच्चों और अभिभावकों के लिए बताया लाभदायक.

रायपुर,

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज राजभवन में स्कूली बच्चों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा लिखित किताब ‘‘एक्जाम वारियर्स’’ का विमोचन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल सुश्री उइके ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए किताब के महत्वपूर्ण बिन्दुओं तथा इसके मूल विषय-वस्तु के बारे में रोचक ढंग से बताया। राज्यपाल ने कहा कि किताब में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के लिए भी 34 मंत्र दिये गये हैं, जो परीक्षा के समय होने वाले भय और तनाव के प्रबंधन में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि जब हम अनावश्यक तनाव लेते हैं तो काम बिगड़ते हैं। इसी प्रकार जब विद्यार्थी परीक्षा के दौरान तनाव लेते हैं, तो आसानी से हल होने वाले सवालों में भी अटक जाते हैं। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के संदेश वॉरियर बने, वरियर नहीं, के महत्व को भी बच्चों को समझाया और तनाव मुक्त रहने को कहा। अपने विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा करते हुए राज्यपाल ने परीक्षा के दौरान अपनी तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने वांछित सफलता न मिलने पर भी बच्चों को दोगुना उत्साह के साथ परिश्रम कर आगे बढ़ने को कहा। उन्होंने मेहनत को सफलता का मूल मंत्र बताया और अभिभावकों को बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करने की सीख दी। राज्यपाल ने किताब में अभिभावकों के संबंध में कही गई बातों को उद्घृत करते हुए कहा कि बच्चों को अपने रूचि के अनुरूप कैरियर का चुनाव करने दें और अभिभावक अपनी पसंद बच्चों पर न थोपें। राज्यपाल ने इस मौके पर बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और शिक्षकों को किताब की एक प्रति भेंट करते हुए इसमें परीक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं से बच्चों को अवगत कराने को कहा।

 राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके

इस मौके पर स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल शहीद स्मारक, रायपुर से आये बच्चों ने राज्यपाल से परीक्षा तथा उनके व्यक्तिगत जीवन के अनुभव और राज्यपाल बनने तक के सफर से जुड़े सवाल पूछे। राज्यपाल ने बच्चों की जिज्ञासाओं को दूर किया और सवालों के रोचक जवाब दिये।

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो, राज्यपाल के विधिक सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, राज्यपाल के उपसचिव दीपक अग्रवाल, नियंत्रक हरवंश मिरी एवं राजभवन के अधिकारीगण, विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी उपस्थित थे।