जमीन विवाद बना मौत का कारण, साथियों के साथ मिलकर ऐसे दिए थे वारदात को अंजाम पुलिस को करते रहे गुमराह……

 

 

* बसदेई अंधे कत्ल की सुलझी गुत्थी, दो गिरफ्तार.

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर।बसदेई में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए मृतक के चचेरे भाई सहित एक अन्य को गिरफ्तार किया है जबकि एक अन्य की तलाश की जा रही है।जमीन विवाद में युवक की हत्या किए जाने की बात सामने आई है।

बसदेई चौकी प्रभारी बृजेश यादव के अनुसार 26 दिसम्बर को भरत राजवाड़े का शव उसी के उस मकान में मिला था जिसमे वह अकेले रहता था।जांच में यह तथ्य सामने आया कि उसकी पत्नी इन्दु राजवाडे लगभग 3-4 साल से अलग हो गई है जो सूरजपुर में रहती है। भारत राम राजवाडे करीब 03 साल पहले अपनी 32 डिसमिल जमीन को गांव के पारस राजवाडे से बिक्री करने हेतु 50 हजार रूपये लिया था जमीन बिक्री का लिखा पढ़ी नहीं किया था। उसी बात को लेकर के करीब 7.00 बजे प्रार्थी के घर के पास खड़े थे शराब पीये थे कि उसी समय पारस का भाई आशा राम राजवाडे, ठाकुर दत्त राजवाडे, हंसलाल खड़े थे जो शराब पीये थे उसी समय मृतक भारत राम राजवाडे अपने घर तरफ से आया। तभी आशा राम तक भारत राम को बोला कि मेरा भाई पारस से जमीन का पैसा लिये हो तो जमीन का रजिस्ट्री कर दो मृतक बोला कि ठीक है जमीन नहीं दूंगा पैसा ले लेना इसी बात पर मृतक के द्वारा आशा राम को धक्का देकर गिरा दिया। जिस बात पर दोनो में बात विवाद हुआ था इसके बाद मृतक सायकल से अपने घर तरफ चला गया था। उसी दिन से नहीं दिख रहा था। एवं उसके घर के दरवाजा का ताला भी बंद था दिनाँक 26.12:22 सुबह प्रार्थी भारत राम के घर पास उसके मवेशी को चारा देने गया तो उसके घर से काफी बदबू आ रहा था तब प्रार्थी को भारत की मृत्यु होने शंका हुआ तब प्रार्थी चौकी बसदेई में सूचना दिया।। मृतक भारत राम राजवाडे को कोई अज्ञात आरोपी के द्वारा हत्या कर दिया गया था और उसकी शव पूरी तरह से सड़ गया था तथा किडे लग गए थे।

घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक एवं अति पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी को दिया उनके निर्देशन एवं मार्ग दर्शन में एफएसएल टीम एप द्वारा स्कायड को भी मौके पर बुलाया गया था प्रकरण के विवेचना दौरान ज्ञात हुआ की मृतक के परिवार में ही जमीन संबधी हिस्सा बटवारा की बात को लेकर विवाद है, उक्त आधर पर बारिकी से जाच करने पर पाया गया की मृतक का अपने भाई आरोपी मानसाय राजवाडे से जमीन का विवाद काफी दिनो से चल रहा था और आरोपी मानसाय के हिस्से के जमीन को मृतक 05 माह पहले जबरजस्ती उस पर कब्जा करते हुये उस पर खेती कर दिया था। हाल में साम्लिात खाते की भूमि 22 डिसमिल को मृतक भारत राम 2 लाख रूपये में ग्राम झांसी निवासी महेश्वर के पास बिक्री करने का सौदा कर लिया था और एक लाख रूपये भी उससे ले लिया था और अपने चाचा पवनसाय एवं आरोपी अपने चचेरा भाई मानसाय को जमीन बिक्री हेतु सहमती देने को बोल रहा था किन्तु पवनसाय सहमती देने को तैयार था किन्तु आरोपी मानसाय के द्वारा यह बोलकर सहमती देने मना किया गया था की जमीन का बटवारा हो जाने दो तब तुम जमीन बेचना। इसी बात को लेकर मृतक दिनांक 17.12.2022 तक भारत राम राजवाडे आरोपी मानसाय के मोबाइल नंबर 8120497992 में अपने मोबाईल नंबर से कॉल किया और बोला कि अपना फोती चढ़वा लो मैं अपना जमीन महेश्वर गवदिया झांसी वाले के पास 1 लाख 50 हजार रुपये में बेचा हूं। उसमें तुमको सहमति में दस्तखत करना है नहीं करोगे तो तुम्हारा मर्डर कर दूंगा। तब आरोपी बोला कि पट्टा अलग-अलग हो जाने वो तब जमीन बेच लेना तब मृतक बोला कि यदि तुम फौती नहीं चालोगे तो पटवारी से जाकर तुम्हारा शिकायत करूंगा कि तुम आलम साय का लड़का नहीं हो तुम्हारा फौती नही चढ़ना चाहिए, तब आरोपी बोला कि जो करना है कर लेना लेकिन मैं फौती दर्ज कराने के लिए आवेदन दे दिया हूं जो भी काम होगा सिस्टम से ही होगा ।

* साथ काम करने वालो के साथ दिया घटना को अंजाम.

इसी बात पर से आरोपी मानसाय जो की सूरजपुर में कपडा सिलाई का दुकान किया है और उसके दुकान में काम करने वाले गुलाम कादीर अंसारी एवं शाबीर अंसारी के साथ मिलकर भारत की हत्या करने का योजना बनाकर शाम टांगी, फरसा और डण्डा लेकर पँहुचे ओर टांगी मारकर उसकी हत्या कर मृतक के घर के दरवाजा को ताला बंद कर दिये और मृतक के मोबाईल को भी लेकर चले गये। आरोपीगण से घटना में प्रयुक्त आला जरब फरसा टागी तथा मृतक के मोबाईल आरोपी के द्वारा पहने हुये कपड़ा इत्यादि को जपत किया गया है। प्रकरण आरोपीगण मानसाय राजवाडे पिता स्व. आलम साथ राजवाडे उम्र 35 वर्ष सा बसदेई, एवं गुलाम कादिर अंसारी पिता मो फारूख अंसारी उम्र 22 वर्ष का मिश्रागली को अपराध धारा 302:201,120(बी), भादस में गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायालय पेश कर जुडिसियल रिमांड प्राप्त किया है, प्रकरण के आरोपी फरार है जिसको गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। मामले को उजागर करने में उप निरीक्षक बृजेश यादव, सउनि लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, मानिकदास, आनन्द सिंह अमित सिंह, देवदत्त दुबे, सुरेश साहू ,अभय तिवारी, प्रेमसिह, प्रदीप सोनवानी, रामसागर साहू, निलेश जायसवाल, विश्व जीत सिंह,युवराज यादव, ओमप्रकाश सिंह, आलती राजवाडे नगर सैनिक बृजेश साहू का सक्रिय भूमिका रही।

गौरतलब है कि एसआई बृजेश यादव अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में काफी अनुभवी माने जाते है जिले के चांदनी बिहारपुर में तीन वर्ष पूर्व हुए एक महिला की हत्या की ऐसी गुत्थी सुलझाई थी जिसकी फाइल लगभग पुलिस ने बन्द कर दिया था।इस मामले के सुलझने पर पुलिस अधीक्षक ने उन्हें पुरूस्कार भी दिया था।