KATGHORA: भाजयुमो के युवा नेता की दबंगई या कोई बड़ा षड्यंत्र..? निजी प्रतिष्ठान संचालक महिला साथ हुई बदसलूकी या है साजिश….?

कोरबा/कटघोरा :- आखिर कटघोरा में भाजपा को लेकर किस तरह की राजनीति हो रही है, जहाँ कभी भाजपा के पार्षद तो कभी भाजयुमो के मंडल महामंत्री की छवि पर सीधा निशाना साधा जा रहा है। आखिर इन आरोपो के पीछे किसकी साजिश है? आखिर महिला किसके इशारे पर संगीन आरोप लगा रही है या वास्तव में महिला के साथ कुछ गलत हुआ है? न्यूज़ प्लस 21 की टीम ने जब पड़ताल की तो माजरा कुछ और ही सामने आया हैं जहाँ महिला के आरोपो को सीधे तौर पर सही ठहराना कतई उचित नही होगा। भाजयुमो के मंडल महामंत्री पर लग रहे आरोप प्रथमदृष्टया ही संदेहास्पद प्रतीत हो रहे हैं, जहाँ महिला के साथ जिस समय घटना होती है उसके तीसरे दिन बाद महिला थाने में शिकायत प्रस्तुत करती है, जो संदेह पैदा करती है।जिस दिन महिला के साथ घटना हुई थी तो महिला तीसरे दिन शिकायत क्यो करती है? साथ ही महिला की ओर से जारी बयान भी चौकाने वाले हैं जिसमे षड्यंत्र की बू साफ नजर आ रही है। बहरहाल महिला के शिकायत आवेदन पर कटघोरा पुलिस जांच कर रही है जहां पुलिस दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी, पर जिस तरह की राजनीति कटघोरा में देखी जा रही यह बेहद शर्मनाक है जो निजी स्वार्थ हेतु किसी की छवि को धूमिल करने में कोई कसर नही छोड़ रही है।सूत्रों की माने तो इन सबके पीछे कुछ राजनैतिक दलों षड्यन्त्रकारियों सहित कुछ तथाकथित लोगो का हाथ है जहां भाजयुमो मोर्चा मंडल महामंत्री उत्तम सिंह रंधावा द्वारा कटघोरा जिला बनाने के मुद्दे को एक बार फिर से तूल देकर कटघोरा से रायपुर तक पैदल यात्रा निकालकर मौजूदा सरकार को आइना दिखाने का प्रयास किया है, कही इस कार्यक्रम को विफल करने की कोई बड़ी साजिश तो नही?

इस पूरे मामले की बात करे तो यह पूरा वाक्या दिनांक 9/11/2022 का है जहां भाजयुमो कटघोरा मंडल महामंत्री उत्तम सिह रंधावा अपने मित्रों के साथ अम्बिकापुर मार्ग पर स्थित एक निजी ढाबे पर खाना खाने गए थे, जहां खाने के बाद बिल ऑनलाइन पेमेंट करने का प्रयास किया गया लेकिन ऑनलाइन पेमेंट नही हो सका, लिहाजा भाजपा नेता ने निजी ढाबा संचालक को कुछ देर में पेमेंट करने की बात कही और भाजपा नेता अपने परिचित रानू ढाबा पहुचा, जहां इन्होंने अपने परिचित रानू ढाबा संचालक महिला से कुछ केश देने की बात कही और ऑनलाइन गड़बड़ी ठीक होते ही ऑनलाइन पेमेंट करने की बात कही, जिस पर रानू ढाबा संचालक महिला ने भाजपा नेता को केश देने से सीधे मना कर दिया,जहाँ भाजपा नेता ने परिचित होने का हवाला देकर अपनी बात रखी थी, वही ढाबा संचालक महिला ने भाजपा नेता को पुराना हिसाब बताया और कहा पुराना हिसाब कई सालों से नही हुआ है और केश नही दे सकते, पुराना हिसाब कर दो,इसी बात को लेकर भाजयुमो महामंत्री व ढाबा संचालक महिला के बीच कुछ नोक झोंक हुई, जहां महामंत्री ने महिला को पैसा देकर ढाबे का पूरा हिसाब किया और अपने आप को ढाबे से दूर किया। जहां पूरा मामला शांत हो गया था, वही कुछ तथाकथित लोगों के कानों तक जब यह पूरा घटनाक्रम पहुँचा तो इसमें की बू शुरू हो गई, और यह एक मुद्दा बन गया। जहां भाजयुमो युवा मोर्चा के महामंत्री की साफ सुधरी छवि ग्रहण पर लग गया।

इस पूरे मामले में ढाबा संचालक महिला ने जिस तरह मीडिया के सामने बयानबाजी जारी कर गुमराह करने की कोशिश की है उसे साफ साफ समझा जा सकता हैं। जो पूरी तरह एक षड्यंत्र जैसा प्रतीत हो रहा है दरअसल महिला ने मीडिया के समक्ष एक बंद गाड़ी में बयान पेश किया है, जो पूरी तरह षड्यंत्र का हिस्सा माना जा सकता है जिसे समझने में देर नही लगेगी,इस दौरान ढाबा संचालक महिला भाजयुमो मंडल महामंत्री पर संगीन आरोप लगाते नजर आ रही हैं वही महिला के शिकायत आवेदन में जिक्र कुछ और हैं साथ ही ढाबे की वीडियो फुटेज में भी ऐसी कोई हरकत नजर नही आ रही है, लिहाजा संगीन आरोप की पुष्टि पूरी तरह स्पष्ट नही हो रही है तो महिला किसके इशारे पर इस तरह के संगीन आरोप लगा रही, कही ये भाजपा को बदनाम करने की नाकाम कोशिश तो नही है, या भाजयुमो मंडल महामंत्री को ब्लैकमेलिंग के भंवर जाल में फंसा कर मोटी रकम वसूलने का कोई षड्यन्त्रकारी खेल तो नही है? जबकि यह पूरा माजरा ढाबा संचालक महिला और भाजयुमो मंडल महामंत्री के आपसी लेनदेन से जुड़ा था, जो लेनदेन पूरा होने पर शांत हो गया था फिर तीन दिन बाद अचानक मामले का गरमाना अपने आप मे कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है।

भाजयुमो कटघोरा मंडल महामंत्री उत्तम सिंह रंधावा साफ सुधरी छवि के साथ भाजपा पार्टी के प्रति पूर्ण समर्पित कार्यकर्ता हैं जो लंबे समय से पार्टी के लिए निस्वार्थ भाव से कार्यरत हैं। अब ऐसे जुझारू कार्यकर्ता पर इस तरह के संगीन आरोप लगना समझ से परे है।वही सूत्रों की माने तो उक्त ढाबा 24 घण्टे संचालित होता हैं जहां कुछ अनैतिक क्रियाकलाप भी संचालित होते हैं खैर इन बातों में कितनी सच्चाई हैं यह तो कह पाना मुश्किल है लेकिन इस पूरे मामले में ढाबा संचालक महिला ने भाजयुमो मंडल के महामंत्री पर संगीन आरोप लगाकर कटघोरा की राजनीति को गरम कर दिया है।बहरहाल कटघोरा पुलिस ने मामले को संज्ञान में ले लिया हैं कयास लगाए जा रहे अगर महिला ने षड्यन्त्रकारियों की साजिश पर महामंत्री के दामन पर कीचड़ उछाला है तो ढाबा सञ्चालक महिला पर कार्यवाही हो सकती है वही षड्यन्त्रकारियों के चेहरे भी सामने आ सकते हैं। बहरहाल इस पूरे मामले पर सबकी नजरें टिकी हुई है आखिर पुलिस की जांच में क्या सामने आएगा।

✍️साकेत वर्मा /जिला प्रतिनिधि कोरबा