भक्तिपूर्ण माहौल में श्रीमद् भागवत् कथा का हुआ आयोजन…..

 

* अम्बिकापुर के बाद उदयपुर में हुआ भागवत कथा का आयोजन.

उदयपुरः– शहर के पुराना बाजार पारा में सात सितम्बर से सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया। कथा आयोजन से पूर्व 06 सितम्बर को भागवत पोथी का स्वागत उदयपुर वासियों एवं कथा श्रवण कर्ता  सीताराम जायसवाल श्रीमती रामरति जायसवाल के द्वारा उदयपुर सीमा से भागवत् कथा स्थल पानी टंकी पुराना बाजार पारा तक किया गया ।

भागवत कथा आयोजन के पहले दिन बुधवार को कलश यात्रा निकाली गई। इस कलश यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान कार्यक्रम स्थल से लेकर आसपास के क्षेत्रों में भक्ति का माहौल बना रहा। यहां सात सितम्बर से 14 सितम्बर तक श्रीमद भागवत कथा प्रतिदिन मध्यान्ह 03 बजे से रात 08 बजे तक चली। इस भक्तिमय कार्यक्रम को लेकर स्थानीय श्रद्वालुओं में काफी उत्साह का माहौल रहा।
कथा का प्रमुख आकर्षण श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, छप्पन भोग एवं रूक्मणी विवाह रहा । जन्मोत्सव के दिन कथा मंडप को भव्य स्वरूप दिया गया नगरवासियों ने गाजे बाजे के साथ नाच गाकर जन्मोत्सव का आनंद उठाया। रूकमणी विवाह अनुठे रूप में मनाया गया विवाह के दिन बारात में शामिल होने पूरा नगर उमड़ा रहा वैवाहिक रस्म की तरह दुल्हन के घर बारात ले जाया गया जहां विक्की गुप्ता के घर पर बारातियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया तत्पश्चात् विवाह की रस्म पूरी की गई।

14 सितम्बर को कथा श्रवण कर्ता  सीताराम जायसवाल के 75 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में इसे अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया । गायत्री परिवार द्वारा दीप यज्ञ का आयोजन किया गया । श्रीमद भागवत कथा मण्डप को दीपों से सजाकर जन्मोत्सव मनाया गया। कथा विसर्जन के अवसर पर भव्य भण्डारा और सहस्त्रधारा का आयोजन भी किया गया ।
उक्त आयोजन में लगभग दस दिनों तक शहर का माहौल भक्तिमय बना रहा । आयोजन को सफल बनाने में उदयपुर नगरवासियों सहित सुरेन्द्र जायसवाल, राजेन्द्र जायसवाल, शत्रुघ्न प्रसाद, संतोष जायसवाल मनोज जायसवाल का सराहनीय योगदान रहा।