कृष्णजन्मास्टमी के दिन किया गया कृष्णकुंज का उद्घाटन अनेक तरहके औषधीय गुणों के पौधे लगाए गए…

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

पत्थलगांव कृष्णजन्मास्टमी के दिन हुवा कृष्णकुंज का उद्घाटन

पत्थलगांव के महुवाटिकरा में निर्मित हो रहे गौठान के समीप शासन की महत्वकांक्षी योजना कृष्ण कुंज का शुभारंभ अतिथियों द्वारा पूजा पाठ कर फीता काटते हुए किया इस दौरान यहां अनेक तरह के औषधीय पौधों को लगाया गया


हमारी संस्कृति में पेड़ पोधों को पवित्र मानते हुए रखरखाव को लेकर पर्यावरण प्रेमी बहुत ज्यादा सजग दिखते है। पेड़ पौधों हमारे जीवन मे बहुत बड़ी सहभागिता निभाते है। जहाँ से हमें जीने के लिए स्वच्छ ऑक्सीजन मिलता है और इन हरियाली को देख कर मन को सकून मिलता है। महुवाटिकरा के पास ही बनाये गए कृष्ण कुंज वाटिका का नाम भगवान कृष्ण मुरली मनोहर के नाम पर रखी गई इन वाटिकाओं में न केवल लोगों को सुकून मिलेगा अपितु शहर के बीच में ये बड़े आक्सीजन हब के रूप में काम करेंगा शहर के नजदीक लगभग एक एकड़ में बने इस कृष्ण कुंज को आने वाले समय मे अद्भुत रूप से पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।


इस मौके पर गौ सेवा आयोग के सदस्य चन्द्रशेखर त्रिपाठी ने कहा कि विकास की दौड़ में छत्तीसगढ़ के शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में पेड़ पौधों की काफी कमी होते जा रही है। इस कमी को हम और आप मिल कर पूरा कर सकते है जिससे आने वाला हमारा कल बेहतरीन हो हर तरफ हरियाली हो और हम सब स्वछ वातावरण में रह संके। इन्ही सब बातों को समझते हुए छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा कृष्ण कुंज योजना बनाकर हर तरफ हरियाली के वातावरण तैयार करने की योजना लाई गई है। जिसमे सभी लोगो को अपनी भागीदारी देकर हरियाणा के उत्सव में खुद को शामिल करना चाहिए
जिला पंचायत सदस्या श्रीमती आरती सिंह ने कहा कि कृष्ण कुंज में जीवन के लिए महत्वपूर्ण उपयोगी पेड़-पौधों को लगाया गया है। इसके विकसित होने के बाद यहाँ लोगों को आत्मिक शांति और खुशनुमा वातावरण के साथ हरियाली ही हरियाली नजर आएगी उन्होंने बताया कि यहां लोक संस्कृति और पर्वाें के अवसर पर पूज्यनीय पेड़-पौधा भी लगाए गए है। जिससे छत्तीसगढ़ की संस्कृति को और मजबूती मिलेगी साथ ही भावी पीढ़ी वृक्षों के सांस्कृतिक, धार्मिक और पर्यावरणीय मूल्यों से परिचित हो सकेगी।
नगरपंचायत के सीएमओ जितेंद्र पटेल ने बताया की एक दो वर्षो में यहां से औषधि महत्व के पौधों से लोगों को आसानी से घरेलू इलाज के लिए औषधि मिल पाएगी। वही फॉरेस्ट एसडीओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ के लोक जीवन और सांस्कृतिक मूल्यों की दृष्टि से कृष्ण कुंज में बरगद, पीपल, आंवला, सिंदूर ,पीपल इत्यादि वृक्षों का धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ औषधीय महत्व के पौधों का रोपण किया गया है। इस मौके पे कुलविंदर सिंह भाटिया, अनिता खाखा, सतीश अग्रवाल, मनोरंजन सामंत ,गणेश गोयल, मनोज अग्रवाल बिट्टू , एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ संजय सिंह ,फॉरेस्ट रेंजर कृपासिंधु पैंकरा, सहित फारेस्ट विभाग के कर्मचारियों के साथ अन्य विभाग सहित काफी लोग उपस्थित रहे।