कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनके घर पहुंचकर गृह भेंट के माध्यम से दिया जा रहा सुपोषण पेटी……

 

 

* मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत विवेक हुआ सुपोषित.

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ राज्य में 2 अक्टूबर 2019 मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई थी जिसका उद्देश्य राज्य में बच्चों में कुपोषण की दर को कम करते हुए एनीमिया के स्तर में सुधार लाना था। इसी क्रम में सूरजपुर जिले में नगर के मंगल भवन में 2 माह तक चले चिरंजीवी अभियान के बाद हेल्थ फ्राइडे शिविर का आयोजन किया जा रहा है महिला एवं बाल विकास विभाग की पहल पर माह के प्रथम एवं तृतीय शुक्रवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा माह के पहले एवं तीसरे शुक्रवार को स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है जिसमें कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो रहा है। इन शिविरों में कैलेण्डर व पोस्टरों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है। कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनके घर पहुंचकर गृह भेंट के माध्यम से सुपोषण पेटी दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना अंतर्गत केवल गंभीर कुपोषित बच्चों को ही दवाई उपलब्ध कराने का प्रावधान है जिसके कारण मध्यम कुपोषित बच्चे दवाई के लाभ से वंचित रह जाते थे किन्तु इस योजना से अब उन्हें भी दवाई क्रय कर उपलब्ध कराई जा रही है जिससे सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। इसी कड़ी में आज पर्यन्त तक विगत 7 माह में जिले में 720 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजित किए जा चुके है, जिसके माध्यम से 15 हजार से अधिक बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। परिणाम स्वरूप जिले में 6000 से अधिक बच्चे सुपोषित हुये हैं। दिनांक 3 अगस्त 2022 को जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जिले के दूरस्थ विकास खण्ड प्रेमनगर के अंतिम छोर रामेश्वरनगर के आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण कर आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज बालिका “नित्या” बाल विवेक के पोषण अनुश्रवण पंजी का अवलोकन कर उनके परिजनों से मुलाकात की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्यामवती द्वारा बताया गया की आंगनबाड़ी केन्द्र में कुल 6 से अधिक बच्चे कुपोषित थे जो मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत जिले में संचालित सुपोषण पाठशाला एवं हेल्थ फ्राईडे शिविर का लाभ उठाकर कुपोषण की श्रेणी से बाहर हो गए हैं। “नित्या” की माँ जयन्ती एवं प्रताप सिंह अपने बच्चे के पोषण स्तर में सुधार से बहुत उत्साहित है। इसी प्रकार बालक विवेक की माता सुखमति पिता पतिराम ने बताया की उनका बच्चा जन्म के समय 2.4 किलोग्राम का था हेल्थ फ्राईडे एवं सुपोषण पाठशाला की मदद से बच्चे का वजन आज 14 किलोग्राम से अधिक हो चुका है और बच्चा सामान्य श्रेणी में है बच्चे को हँसता खेलता देखकर बहुत खुशी महसूस होती है।

महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला कलेक्टर एवं मुख्यमंत्री  को गाढ़ा गाढ़ा बधाई। जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा दूरस्थ क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्यामवती को अच्छा कार्य करने के लिए 15 अगस्त को सम्मानित करने हेतु परियोजना अधिकारी श्रीमती रजत खलखो को निर्देशित किया गया। 3 अगस्त 2022 को जिला कार्यक्रम अधिकारी  चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया के द्वारा रामेश्वरनगर, हरिहरपुर, महेशपुर, केदारपुर, सोहरगढ़ई का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।