खैरागढ़ उपचुनाव में सबसे आकर्षण का केंद्र जिले की घोषणा, ग्रामीणों ने पोस्टर लगाकर कहा विरोध करने वाली भाजपा ना आए….

 

रायपुर

खैरागढ़ उपचुनाव में सबसे आकर्षण का केंद्र जिले की घोषणा है। ग्रामीणों ने पोस्टर लगाकर कहा कि भाजपा विकास विरोधी है और इसीलिए भूपेश बघेल की तरफ से घोषित नए जिले खैरागढ़ छुईखदान गंडई का विरोध करने पर उतारू हो चुकी है। भाजपा कांग्रेस का विरोध करते करते इतनी बदहवास हो चुकी है की भूपेश सरकार की जनहित में लिए गए फैसलों का विरोध करने लगी है।

खैरागढ़ उपचुनाव में भूपेश सरकार ने जिले की घोषणा के बाद राजनीतिक गलियारों में सियासत तेज हो गई है, इसी सियासत के बीच ग्रामीणों ने पोस्टर लगाकर भाजपा के खिलाफ आक्रोश दिखाया है।

इसी बीच कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, भाजपा 15 साल सरकार में रही मगर खैरागढ़ के लिए न कुछ सोचा न कुछ किया। भाजपा चाहती तो नए जिले के साथ ही साल्हेवारा और जालबांधा को तहसील बना सकती थी मगर भाजपा की नियत विकास की नहीं थी इसलिए नहीं बनाया। 15 साल भाजपा की सरकार रहने का खामियाजा खैरागढ़ सहित पूरे छत्तीसगढ़ को भुगतना पड़ा। सत्ता के विकेंद्रीकरण के उद्देश्य को लेकर छत्तीसगढ़ की स्थापना की गई थी, मगर अपनी बुरी नियत और विकास विरोधी सोच के कारण भाजपा ने खैरागढ़ का विकास रोके रखा।

कांग्रेस अगर खैरागढ़ छुईखदान और गंडई का विकास करने के उद्देश्य से नए जिले और तहसील का निर्माण कर रही है तो भाजपा के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। भाजपा के इस विकास विरोधी चरित्र का जवाब देना जनता ने अपने तरीके से देना शुरू कर दिया है और मतगणना के दिन भाजपा अंतिम और करारे जवाब के लिए तैयार रहे।